श्री कृष्णा जन्मस्थान में विश्व प्रसिद्ध "लठामार होली" का आयोजन (10.03.2025)
श्री कृष्णा जन्मभूमि की विश्व प्रसिद्ध लठामार होली बहुत ही धूमधाम, भव्यता के साथ में अभूतपूर्व आयोजन रंगभरी एकादषी (10 मार्च 2025) सोमवार को हुआ। केशव वाटिका के पवित्र लीलामंच पर फाग महोत्सव में गाये जाने वाले लोकगीत, भजन, रसिया, छन्द आदि का बहुत ही दिव्य प्रस्तुतीकरण किया गया। सुप्रसिद्ध लठामार होली कार्यक्रम का समापन जन्मस्थान प्रांगण में फूलों की होली के मध्य रसिया गायन एवं लठ और ढाल के साथ परस्पर होली खेलते रावल गांव एवं श्रीकृश्ण संकीर्तन मण्डल के हुरियारे-हुरियारिनों को देखकर प्रिया-प्रियतम की प्रिय होली लीला सजीव एवं साकार हो उठी। इस अवसर विषिश्ट रूप से सुगन्धित द्रव्य, पुश्पार्क एवं वनस्पति रंग का छिड़काव भी श्रद्धालुओं पर किया गया।



श्री कृष्ण जन्मभूमि से निकली भोले की भव्य बारात (26.02.2025)
महाशिवरात्रि पर्व पर बुधवार (26.02.2025) को दोपहर 12 बजे से श्री कृष्ण-जन्मस्थान सेवा-संस्थान द्वारा भोले बाबा की अनूठी व भव्य बारात नगर में आकर्शक झॉंकियों के साथ निकाली गयी। ढोल-नगाड़े की मधुर ध्वनि के साथ सर्वप्रथम भगवान भैरों जी रथ पर विराजमान थे। तदोपरान्त विशाल नन्दी बाबा चल रहे थे। नृत्य करती सखियॉं, अघोरी स्वरूप में नृत्य के साथ माता काली के मनमोहक प्रदर्षन के दर्शन, भक्तों को आनन्दित करने वाले थे। नृत्य करते शिवभक्त एवं भगवान शिव के गण, भक्तों में श्रद्धा के साथ-साथ भाव मिश्रित सिरहन भी पैदा कर रहे थे।



स्वर्ण-मण्डित श्रीमद्भागवत जी (25.01.2025)
माघ कृष्ण एकादशी तद्नुसार शनिवार, दिनांक 25 जनवरी 2025 को प्रातः 8 बजे श्रीभागवत भवन स्थित युगल सरकार श्रीराधाकृष्ण मंदिर के समीप महर्षि वेदव्यास जी की प्रतिमा के पास स्वर्ण-मण्डित श्रीमद्भागवत जी की स्थापना की गई। स्थापना के उपरान्त ग्यारह भागवत आचार्यों द्वारा श्रीमद्भागवत जी का मूलपाठ माघ शुक्ल द्वितीया, तद्नुसार दिनांक 31 जनवरी 2025 तक हुआ ।


